ज़रूरत से ज़्यादा मीठा खाने से एंड्रोजन का अत्यधिक स्राव होता है जिससे एक्ने ट्रिगर हो सकता है।
ज़्यादा चीनी या मीठे का सेवन शरीर में ऊर्जा के स्तर को भी कम करता है, जिसकी वजह से आप कमज़ोरी और थकावट महसूस करने लगते हैं। ज़्यादातर चीनी युक्त चीज़ों में ज़रूरी पोषक तत्व नहीं होते।
चीनी का नकारात्मक असर ब्लड प्रेशर पर भी पड़ता है, जिससे हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या शुरू हो सकती है।
चॉकलेट, मिठाई या फिर सफेद चीनी ज़्यादा खाने से आपका वज़न तेज़ी से बढ़ने लगता है।
डाइट में ज़रूरत से ज़्यादा चीनी से मूड पर असर पड़ता है। इससे आप हर वक्त चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं।
ऐसी कई रिसर्च हुई हैं, जिससे पता चलता है कि चीनी का ज़्यादा सेवन और रूमेटाइड अर्थराइटिस में संबंध है। यानी अगर आपकी डाइट में चीनी का अधिक सेवन शामिल है, तो इससे आपकी हड्डियां भी प्रभावित हो सकती हैं।
कमज़ोरी और चिड़चिड़ेपन की वजह से नींद भी प्रभावित होती है। मीठा ज़्यादा खाने से नींद पर बुरा असर पड़ता है।
जो लोग पहले से आंत से जुड़ी दिक्कतों से जूझ रहे हैं, जैसे आईबीएस या क्रोहन रोग, इनमें ज़्यादा चीनी का सेवन स्थिति को और बिगाड़ सकता है।
चीनी की जगह शहद या गुड़ का सेवन हेल्दी माना जाता है। हालांकि, कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ऐसा नहीं मानते, क्योंकि शहद, गुड़ और चीनी का ग्लायसेमिक इंडेक्स समान होता है।