टेक्नोलॉजी ने बहुत तरक्की कर ली है, आज हम वीडियो कॉलिंग, Ai, वर्चुअल वर्ल्ड की बात करते हैं लेकिन एक समय था जब लोग एक-दूसरे को टेलीग्राम भेजते थे।
अच्छी हो या बुरी, हर खबर पहुंचने में कई दिन लग जाते थे लेकिन आज हम मिनटों में अपने दोस्तों या परिवार को मैसेज या वीडियो कॉल कर अपने बारे में बता देते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि मैसेज का यह सिलसिला कैसे शुरू हुआ, आइए जानते हैं SMS के पीछे की कहानी।
SMS को शॉर्ट मैसेज सर्विस भी कहा जाता है, ऐसा इसलिए क्योंकि एक मैसेज में आप अपनी बात 160 शब्दों में लिख सकते हैं।
30 साल पहले एक 22 वर्षीय लड़के ने अपने सहयोगी को पहला मैसेज भेजा था, ये लड़का एक सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर था, जिसका नाम नील पापवर्थ है।
नील पापवर्थ ने यह मैसेज अपनी फर्म के एक बॉस रिचर्ड जार्विस को भेजा था, जिसमें सिर्फ 'Marry Christmas' लिखा था।
नील द्वारा भेजे गए मैसेज के करीब सात साल बाद यानी 2009 में कई नेटवर्क पर टेक्स्ट मैसेज भेजे जाने लगे और इसने काफी लोकप्रियता भी हासिल की।
अब लगभग सभी टेलिकॉम कंपनियां अपने यूजर्स को 100SMS/Day की सुविधा देती हैं लेकिन एक समय था जब रिचार्ज प्लान SMS के लिए भी आते थे।