भारत के एथलीट स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं।
इसका आयोजन 17 जून से 25 जून के बीच बर्लिन में होगा। भारत के 198 एथलीटों का एक दल इस प्रतिष्ठित इवेंट में 16 खेलों में हिस्सा लेगा।
ऐसे में आज हम आपको इन्हीं एथलीटों में से एक कर्नाटक के आर्यन एन नागल्ली की कहानी के बारे में बताएंगे।
आर्यन एन नागल्ली की उम्र 21 साल है। पिछले 9 साल से वह स्केटिंग कर रहे हैं।
वह विश्व स्पेशल ओलंपिक समर खेलों 2023 में हिस्सा लेने के लिए घर पर ही दिन में तीन घंटे बिना रुके स्केटिंग करते हैं।
3 साल की उम्र से ही आर्यन में बौद्धिक असामान्यता के लक्षण दिखने लगे थे। इसके चलते उनके माता-पिता आर्यन की बीमारी के इलाज के लिए कई डॉक्टरों से मिले लेकिन कुछ सुधार नहीं हुआ।
ऐसे में आर्यन के माता-पिता ने उन्हें स्केटिंग कराने का फैसला किया। इस दौरान आर्यन को कोई ऐसा कोई कोच नहीं मिला जो उन्हें कोचिंग दे सके।
इसके बाद आर्यन के माता-पिता ने आर्यन स्केटर्स के नाम से बैंगलोर में एक स्केटिंग एकेडमी खोल दी। इससे बौद्धिक अक्षमता वाले एथलीटों को एक मंच मिला।
इस एकेडमी में 70 एथलीट प्रैक्टिस करते हैं, इनमें 8 से 10 अक्षमता वाले एथलीट भी शामिल हैं।