काशी हिन्दू विश्व विद्यालय यानी बीएचयू की स्थापना 106 साल पहले हुई थी।
4 फरवरी 1916 को महामना मदन मोहन मालवीय ने बसंत पंचमी के दिन बीएचयू की नींव रखी थी।
काशी हिन्दू विश्व विद्यालय की स्थापना के लिए एक भिखारी ने अपने एक दिन की पूरी कमाई दी थी।
कथित तौर पर बीएचयू परिसर को स्थापित करने के लिए 1915 तक 1 करोड़ की धनराशि जुटाई जा चुकी थी।
मदन मोहन मालवीय एक दिन में पैदल चलकर जितनी जमीन को नाप सकते थे, विश्व विद्यालय की स्थापना के लिए काशी नरेश उतनी ही जमीन उन्हे देने वाले थे।
वर्तमान में बीएचयू 1350 एकड़ में बसा हुआ है, जिसमें 6 संस्थान और 140 से अधिक विभाग हैं।
बीएचयू कैम्पस के मध्य में भगवान शिव का विशाल मन्दिर स्थापित है।