25 अक्टूबर को इस वर्ष का अंतिम आंशिक सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिष पंचांग के अनुसार आज सूर्य ग्रहण दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर लगेगा और इसका समापन शाम 06 बजकर 32 मिनट पर होगा।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सूतक काल के भोजन नहीं बनाया जाता है। घर में यदि वृद्ध, बच्चे, बीमार या गर्भवती महिलाएं हैं तो उनपर यह नियम नहीं लागु होता है।
सूतक काल में किसी भी प्रकार का मांगलिक कार्य प्रारम्भ करना या पूजा-पाठ करना वर्जित है। बल्कि इस समय मन में भगवान का नाम लिया जाना चाहिए। इसके साथ इस दौरान भगवान का स्पर्श भी नहीं करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं के बीज मंत्र और चालीसा का पाठ करने से ग्रहण का प्रभाव कम हो जाता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि मंत्रों का जाप मन में किया जाए।
सूर्य ग्रहण के बाद स्नान सबसे जरूरी है। इसलिए ग्रहण के बाद सबसे पहले स्नान करें और फिर देवी-देवताओं की मूर्तियों को, अन्न को और घर के हिस्सों को गंगाजल से सिक्त कर दें। ऐसा करने से ग्रहण का प्रभाव कम
सूर्य ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को बिल्कुल हाथ ना लगाएं। बल्कि ग्रहण से पहले तुलसी के पत्ते को बचे हुए खाने या फ्रिज में रख दें। ऐसा करने से भोजन पर भी ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ता है।
सूर्य ग्रहण के दिन दिन दान-धर्म का विशेष महत्व है। इसलिए किसी जरूरतमंद को अन्न या धन का दान जरूर करें। साथ ही गाय को घास खिलाना ना भूलें।