कुंडली में ग्रह के कमजोर होने पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगते हैं। इन प्रभावों को नजरअंदाज करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं कि सूर्य के कमजोर होने पर क्या होता है?
कुंडली में ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य कमजोर होने लगते हैं तो घर और कार्य क्षेत्र में दिक्कत होने लगती है। इसके साथ ही अन्य कई परेशानियां भी होने लगती हैं।
अगर आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर है तो जीवन में कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन लक्षणों के दिखने पर सूर्य देव की पूजा करना चाहिए।
ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में सूर्य के कमजोर होने पर देवता, गुरु और पिता का सहयोग नहीं मिल पाता है। इससे जातक को मार्गदर्शन की कमी महसूस होती है।
सूर्य नौकरी दिलाने में सहयोग करते हैं। अगर आपकी कुडंली में सूर्य कमजोर हैं तो नौकरी मिलने में कठिनाई हो सकता है। इसके अलावा झूठे आरोपों से भी घिर सकते हैं।
कुंडली में सूर्य के कमजोर होने पर जातक के अंदर अहंकार की भावना आ जाती है। इसी अहंकार के चलते व्यक्ति अपना स्वयं का नुकसान कर बैठता है।
कुंडली में सूर्य के कमजोर होने पर रोगों का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपको हृदय, पेट और आंख से जुड़ी समस्या हो सकती है।
अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर हैं तो रोजाना सुबह स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होने लगते हैं।
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