कोरोना महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन और उससे झूझने वाली मुसीबतें तो सभी को याद होंगी। लेकिन क्या आप जानते हैं इसी लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए कई बॉलीवुड फिल्में भी बनी हैं।
विवेक अग्निहोत्री की हाल में रिलीज हुई फिल्म 'द वैक्सीन वॉर' भी भारत की कोरोना वैक्सीन बनाते समय भारतीय साइन्टिस्टो के स्ट्रगल को दिखाती है।
फिल्म 'अनलॉक जिंदगी' में कोरोना के दौरान एक बॉडी को उनके परिवार तक कैसे पहुंचाया जाता है उसको बताती है।
भूमि पेडनेकर और राजकुमार राव की फिल्म भीड़ भी कोरोना के दौरान प्रवासी मजदूरों के हालातों को दर्शाती है।
साल 2022 रिलीज हुई फिल्म 'बाल नरेन' कोविड महामारी पर बनी है। स्वच्छ भारत अभियान को दर्शाती इस फिल्म में एक बच्चा कोरोना महामारी के दौरान अपने गांव के लोगों की मदद करता है।
यह फिल्म भी कोरोना महामारी पर बेस्ड है। फिल्म में कोरोना के दौरान मुसीबतों से जूझते लोगों का दर्द बयां किया गया है।
फिल्म 'कुसुम का ब्याह' भी इस लिस्ट में शामिल है। इस फिल्म की कहानी में एक जोड़े के कई परेशानियों के बाद शादी तय होती है। और उसके बाद देशभर में लॉकडाउन लग जाता है। यह एक सच्ची घटना पर आधारित है।
यह फिल्म भी नागपुर शहर में लगे लॉकडाउन के दौरान हुए मर्डर पर बनी है। जिसमें के हाई प्रोफाइल लड़की का मर्डर केस एक पॉलिटिशियन के साथ जुड़ता है।