इंजन ऑयल को लेकर कोई भी लापरवाही गाड़ी के इंजन को खराब कर सकती है। जिसका साफ असर कार के इंजन और माइलेज पर पड़ता है।
कार के इंजन में तेल को रखें मेंटेन।
कई लोग पैसे बचाने के चक्कर में सस्ते इंजन ऑयल को अपनी गाड़ी में डलवा लेते हैं, जिसके बाद उनकी गाड़ी में ओवरहिटिंग और माइलेज की कमी होने लगती है।
समय- समय पर अपनी गाड़ी के इंजन ऑयल को चेंज करते रहें और गाड़ी की सर्विसिंग के समय मकैनिक से इंजन ऑयल को जरूर चेक करवाएं।
अपने गाड़ी के इंजन ऑयल को अगर आप खुद से बदलते हैं तो ध्यान रखें इंजन ऑयल डालते समय ओवरफिलिंग न करें।
अगर आप बहुत अधिक टोइंग करने की योजना बना रहे हैं और आपका वाहन पहले से कूलर से सुसज्जित नहीं है, तो उन्हें जोड़ने पर विचार करें।
सिंथेटिक इंजन ऑयल ज्यादा लंबा चलता है, और यह गाढ़ा भी ज्यादा होता है। यह इंजन में पिस्टन के घर्षण को कम कर देता है, वहीं इसके इस्तेमाल से इंजन की अधिकतम पावर का इस्तेमाल किया जा सकता है।