वृक्षासन जांघों, पिंडली, टखनों और रीढ़ को मजबूती प्रदान करता है।
कमर, गर्दन और पीठ के लिए भी यह बहुत ही अच्छी एक्सरसाइज है।
यह आसन रीढ़ की हड्डी और टांगों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा छाती, गर्दन की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं।
यह कंधों, हाथों और पीठ को मजबूती प्रदान करता है।
यह आसन पीठ, गर्दन, कूल्हों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा दिमाग को शांत और एंग्जाइटी को घटाता है।
इसे प्लैंक पोज भी कहा जाता है। पेट की चर्बी घटाने के साथ ही इसके अभ्यास से हड्डियां भी मजबूत रहती हैं।
वज्रासन करने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और ये हड्डियों को मजूबत रखने में भी बेहद फायदेमंद आसन है
यह आसन कई तरह की बीमारियों को दूर रखता है। बॉडी के साथ हड्डियों को भी स्टॉन्ग बनाता है।