हमारे देश में कई ऐसे महापुरुष हुए जो आज के युवाओं के लिए मूलमंत्र देकर जा चुके हैं। इन्हीं महापुरुषों में स्वामी विवेकानंद भी आते हैं।
कई लोगों को कठिन परिश्रम करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है। इस दौरान कई बातों का ध्यान रखना चाहिए।
स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि उठो, जागो और तब तक परिश्रम करो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाएं।
कभी भी अपने आप को कमजोर नहीं समझना चाहिए। ऐसा करना सबसे बड़ा पाप है। हमेशा खुद मजबूत समझकर परिश्रम करना चाहिए।
स्वामी विवेकानंद कहते हैं कि तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता है और न ही आध्यात्मिक बना सकता है। तुम्हें खुद से सीखने की कला विकसित करनी चाहिए।
विश्व एक व्यायामशाला है यहां पर हम खुद को मजबूत करने के लिए आते हैं। आप यहां पर नई-नई चीजों को सीखकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
कोई भी करते से पहले समय का विशेष ध्यान देना चाहिए। समय से काम करने पर लोगों का विश्वास आप पर बना रहता है।
जो लोग खुद पर विश्वास नहीं रखने हैं, उन्हें असफलता मुंह देखना पड़ता है। हमेशा आत्मविश्वास के साथ काम करना चाहिए।
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