हिन्दू पंचांग के अनुसार 3 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा। वहीं, 4 जून को स्नान-ध्यान और दान किया जाएगा।
सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान-ध्यान, पूजा, जप, तप और दान करने का विधान है।
पूर्णिमा तिथि को पवित्र नदियों में स्नान कर मां लक्ष्मी की पूजा-उपासना करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है।
पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं।
अगर आप भी धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन ये उपाय जरूर करें।
गंगाजल से स्नान करने के बाद मां लक्ष्मी की तस्वीर चौकी पर स्थापित करें। इसके बाद मां को 11 कौड़ियां अर्पित करें और कौड़ियों पर हल्दी से तिलक करें।
अंत में आरती अर्चना कर सुख, समृद्धि और धन वृद्धि की कामना करें। अगले दिन पूजा-पाठ कर कौड़ियों को लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख दें।
पूजा के समय अपने हाथ में लाल रंग का फूल लेकर माता का ध्यान करें। इस समय सुख, समृद्धि और धन प्राप्ति की कामना करें।
इसके पश्चात पुष्प माता के चरणों में भेंट कर दें। अगले दिन फूल को तिजोरी में रख दें।