आजकल यह देखा जाता है कि बच्चे अधिक समय लैपटाप या फिर मोबाइल फोन की स्क्रीन पर बिताते हैं जिससे उनको आंख संबंधी बीमारी हो जाती हैं।
दिन भर स्क्रीन के सामने रहने से बच्चे कम उम्र में ही मायोपिया का शिकार हो रहे हैं। इसमें दूर की चीजें स्पष्ट रूप से नहीं दिखती हैं।
ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को स्क्रीन से होने वाले नुकसान से अवगत कराया जाए। इन उपायों से बच्चों की आंखों की देखभाल करें।
बच्चों का स्क्रीन टाइम निर्धारित करें। देखें कि दिन भर में वह कितना समय स्क्रीन पर बिताता है। बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम फिक्स करें जिससे वे केवल उसी समय स्क्रीन पर समय बिताएं।
बच्चों को आउटडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे बच्चे अधिक समय तक स्क्रीन के संपर्क में रहने से बचेंगे।
मोबाइल, लैपटाप की जगह उन्हें किताबें पढ़ने को प्रेरित करें। बच्चों की पसंद की किताबें उन्हें दे, जिससे उनकी रुचि बनी रहे।
बच्चों को बाहरी कार्यों में व्यस्त रखें जिससे वे बेवजह फोन का इस्तेमाल न करें। गार्डनिंग कराएं या कोई नई स्किल सीखने के लिए प्रेरित करें।
बच्चों के कमरे में अक्सर इलेक्ट्रानिक गैजेट्स जैसे टीवी, वीडियो गेम्स और कंप्यूटर रखे होते हैं जिससे वे उन्हीं में व्यस्त रहते हैं। बच्चों के कमरे को स्क्रीन फ्री बनाएं।
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