गर्मियों में अक्सर पानी पीने की सलाह दी जाती है ताकि हमारे शरीर में डिहाइड्रेशन की कमी न हो।
जब आपको ज्यादा चक्कर आ रहा हो तब भी आपको बार-बार प्यास लगती है। इसके अलावा बहुत अधिक थकान होने पर भी बार-बार प्यास लगती है।
हालांकि इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हद से ज्यादा पानी सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है।
अगर आप बिना प्यास के पानी पीते हैं तो इस आदत को साइकोजेनिक पॉलीडिप्सिया कहा जाता है। इसे बॉडी में फ्लूइड लेवल अधिक हो जाता है, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
जो लोग अधिक मात्रा में पानी पीते हैं उनकी बॉडी से सोडियम का लेवल घटने लगता है, ऐसे में कोशिकाओं में पानी की मात्रा बढ़ जाती है जो सूजन बढ़ा देती है। जिसे हाइपोनेट्रिमिया कहा जाता है।
जब आप ज्यादा पानी पीते हैं तो आप कब्ज और एसिडिटी की बीमारी से ग्रस्त हो सकते हैं।
गर्म और आद्र जलवायु में ज्यादा पसीना आना पानी की कमी की वजह बनता है, जिसके बाद हमारा शरीर तापमान संतुलित करने के लिए ज्यादा पानी की मांग करता है।
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