हिंदू धर्म में इस पूजा का विशेष महत्व होता है। आइए जानते हैं कि तुलसी पूजा के दिन कौन से उपाय करने से शादी में आ रही बाधा दूर होने लगती है?
अक्सर लोगों की शादी होने में काफी समय लगता है। इसके साथ ही कई लोगों को इस समस्या का सामना कर लंबे समय तक करना पड़ता है।
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को तुलसी पूजा होती है। इसी दिन भगवान विष्णु ने तुलसी माता को अर्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया था।
ज्योतिष शास्त्र में तुलसी पूजा के दिन उपाय करने का विधान बताया गया है। इन उपायों को करने से विवाह का योग बनने लगता है।
इस बार द्वादशी तिथि 23 नवंबर को रात 09 बजकर 01 मिनट से शुरू होकर 24 नवंबर को शाम 07 बजकर 06 मिनट तक रहेगी।
अगर आपकी शादी में बाधा आ रही है तो तुलसी विवाह के दिन जल में हल्दी डालकर तुलसी माता को अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से बाधा दूर होने लगती है।
तुलसी विवाह के दिन स्नान करके तुलसी माता की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान तुलसी माता को सोलह श्रृंगार की वस्तुएं चढ़ाने से विवाह में आ रही बाधा दूर होने लगती है।
अगर कुंडली में अशुभ प्रभाव के चलते शादी में बाधा आ रही हो तो तुलसी विवाह के दिन माता तुलसी को सिंदूर अर्पित करना चाहिए।
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