हल्दी, जो सदियों से भारतीय रसोईघरों का राजा रहा है। इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों से लड़ने और अच्छी सेहत को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि हल्दी का पानी पीना सेहत के लिए बेहतर है या हल्दी वाला दूध? आइए इसके बारे में जानें।
हल्दी में करक्यूमिन होता है, जो अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है. हल्दी दूध का सेवन गठिया और जोड़ों के दर्द जैसी सूजन संबंधी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है।
हल्दी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और इसमें इम्यून सिस्टम बढ़ाने वाले गुण होते हैं। नियमित रूप से हल्दी दूध पीने से इम्यूनिटी मजबूत हो सकती है, जिससे शरीर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
गर्म दूध का शांत प्रभाव होता है और जब इसे हल्दी के साथ मिलाया जाता है, तो यह विश्राम को बढ़ावा दे सकता है और नींद की क्वालिटी में सुधार कर सकता है।
माना जाता है कि हल्दी में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं जो लिवर को साफ करने और शरीर में समग्र डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि करक्यूमिन वजन कंट्रोल में मदद कर सकता है, मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करके और सूजन को कम करके।
हल्दी पानी पीने से इसके सूजन-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण साफ और चमकती स्किन मिल सकती है।
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि हल्दी वाली दूध और पानी दोनों ही सेहत के लिए बेहतर माने जाते हैं। लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com