दुनिया भर में टॉप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में गिना जाने वाला ट्विटर अपने ब्लू चेक-मार्क वेरिफिकेशन की पुरानी व्यवस्था से वेरिफाई हुए अकाउंट से ब्लू टिक हटाने वाली है।
सोशल मीडिया कंपनी ने शुक्रवार को घोषणा की है कि 1 अप्रैल से वह यूजर अकाउंट से लेगेसी वेरिफिकेशन प्रोग्राम और पहले से मिले वेरिफिकेशन चेकमार्क हटाना शुरू कर देगी।
कंपनी ने एक ट्वीट में कहा कि हम अपने लेगेसी वेरिफिकेशन प्रोग्राम को बंद करना शुरू करेंगे और लेगेसी वेरिफिकेशन चेकमार्क को भी हटा देंगे।
ट्विटर पर अपना ब्लू चेकमार्क रखने के लिए, यूजर ट्विटर ब्लू के लिए साइन अप कर सकते हैं और संगठन सत्यापित संगठनों के लिए साइन अप कर सकते हैं।
वेब के माध्यम से 8 डॉलर/माह यानी लगभग 650 रुपये और इन-ऐप भुगतान के माध्यम से 11डॉलर/माह यानी लगभग 904 रुपये की लागत का भुगतान करके आप ट्विटर ब्लू पा सकते हैं।
ट्विटर ने कुछ महीने पहले एक गोल्ड बैज और ग्रे चेक-मार्क दिया था, जो क्रमशः सस्थानों और खास लोगें के लिए पेश किया गया था।
ट्विटर ने 2009 में वेरिफाइड अकाउंट की सुविधा शुरू की थी ताकि यूजर्स को मशहूर हस्तियों, राजनेताओं, कंपनियों और ब्रांडों, समाचार संगठनों और ‘सार्वजनिक हित’ के अन्य अकाउंट के वास्तविक होने की पहचान हो।