सनातन धर्म में पेड़-पौधों को भी विशेष दर्जा प्राप्त है। शास्त्रों में हर एक देवी-देवता और ग्रह का संबंध पेड़-पौधों से बताया गया है। मान्यता है इन पौधों की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
कुछ खास पेड़-पौधों की पूजा करने से मनुष्य के जीवन से ग्रह संबंधित दोष दूर होते हैं। कुछ पेड़-पौधों में कलावा बांधना शुभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि इन पेड़ों पर कलावा बांधने से बंद किस्मत खुल जाती है और आर्थिक लाभ भी होता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
शास्त्रों में बरगद पेड़ की पूजा करने का विधान बताया गया है। सावित्री व्रत के दौरान महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और इसके चारों ओर चक्कर लगाकर इस पर कलावा बांधती हैं।
शास्त्रों में पीपल के पेड़ को बहुत पवित्र माना जाता है। इस पेड़ में देवताओं वास माना जाता है। अगर आप करियर में तरक्की चाहते हैं पीपल के पेड़ में कलावा बांधें।
तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है। यह विष्णु जी को बेहद प्रिय है। तुलसी के पौधे में कलावा बांधने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों की ही कृपा प्राप्त होती है।
शमी के पेड़ शनि देव को शिव को प्रिय है। इसकी पूजा से दोनों देव प्रसन्न होते हैं। शमी के पेड़ में कलावा बांधने पर शनि देव और भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है।
केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। इसकी पूजा करने और इसमें कलावा बांधने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
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