यह रोग बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है। यह बुखार या मियादी बुखार काफी खतरनाक होता है।
आमतौर पर यह गलत खानपान या फिर शरीर में बैक्टीरिया के कारण होता है। मौसम बदलाव के कारण इस बुखार के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
हम आपको टाइफाइड बुखार के लक्षण व इसके घरेलू उपचारों के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
यदि आपको सामान्य से अधिक सर्दी लग रही है और बुखार की समस्या भी है। तो यह टाइफाइड के लक्षण हो सकते हैं।
टाइफाइड के लक्षणों में सिर दर्द होना, पेट दर्द होना, भूख न लगना, उल्टियां होना, जी मिचलाना, स्किन पर रैश होना शामिल हैं।
शरीर में टाइफाइड के लक्षण होने पर अधिक उल्टियां होती है, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इसलिए अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें।
तुलसी में एंटी बायोटिक और एंटी माइक्रोबियल के गुण पाए जाते हैं। आप पानी में तुलसी के पत्ते डालकर दिन में 3-4 बार इसका सेवन कर सकते हैं।
डायरिया के मरीजों के लिए केला खाना काफी लाभदायक होता है। इसमें पेक्टिन नाम का सॉल्युबल फाइबर होता है, जो आंतों की फ्लूइड अब्जॉर्ब की क्षमता को बढ़ाता है।
शरीर में टाइफाइड के लक्षण दिखने पर या फिर बुखार रहने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।