सनातन धर्म में पितृ पक्ष की अवधि के दौरान पितरों के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने परिजनों की मृत्यु होने के बाद उनकी कई वस्तुओं को याद के तौर पर सहेज कर रखते हैं।
लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुछ चीजों को सहेज कर रखना आपके लिए मुसीबत भी बन सकता है। जिस कारण पितर नाराज हो सकते हैं।
मृत व्यक्ति के कपड़ों इस्तेमाल या उन्हें धारण नहीं करना चाहिए। इससे व्यक्ति को पितृ दोष का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसे में आप इन कपड़ों को दान कर सकते हैं। इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और आपको उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
भूलकर भी पितरों को गहनों का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अगर आप इन गहनों का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए गहनों से फिर से नया बनवाकर उपयोग कर सकते हैं।
कभी भी मरने वाले व्यक्ति की घड़ी का इस्तेमाल खुद के लिए नहीं करना चाहिए। ऐसे में आप इसे दान कर दें। ताकि आपको पितृ दोष का सामना न करना पड़े।
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