उत्तराखंड के जोशीमठ में संकट लगातार गहराता जा रहा है, सैकड़ों घरो में दरारे आ गई हैं।
सामरिक दृष्टि से जोशीमठ काफी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यहां से ही बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल का रास्ता हैं।
इसके अतिरिक्त यह स्थान भारतीय सेना के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि चीन सीमा से लगी नीती और माणा घाटी के लिए सेना व आइटीबीपी की गतिविधियों का संचालन यहीं से होता है।
चीन सीमा से सटे होने के कारण इसकी अलग ही पहचान है, जोशीमठ पर गहराते संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय भी सतर्क है।
आपदा का दंश झेल रहा जोशीमठ बद्रीनाथ, हेमकुंड जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल और अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध ऑली का प्रवेश द्वार भी है।
शहर में हो रहे भूधंसाव का खतरा सैन्य क्षेत्रों तक पहुंच चुका है, सैन्य क्षेत्रों को जाने वाली सड़क भी जगह-जगह धंस रही है।
चीन सीमा से सटा और बद्रीनाथ धाम का प्रवेश द्वार जोशीमठ शहर अब अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहा है।