वास्तु शास्त्र माना गया है कि घर के दरवाजे की सही दिशा का संबंध व्यक्ति के भाग्य से भी होता है। जिससे आपके जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है।
यदि किसी व्यक्ति का दरवाजा घर की पूर्व दिशा में होता है तो इसे अच्छा माना जाता है लेकिन कुंडली में मंगल की स्थिति ठीक न होने से यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
अगर किसी व्यक्ति का दरवाजा पश्चिम दिशा में हो तो इसे धन आगमन का संकेत माना जाता है, लेकिन कुंडली में बुध की स्थिति ठीक नहीं है, तो ऐसे में व्यक्ति के लिए समस्या उत्पन्न हो सकती है।
यदि किसी व्यक्ति के घर में उत्तर दिशा की ओर दरवाजा है तो यह उन्नति के रास्ते खोलता है। लेकिन दरवाजे के सामने अगर ऊंची दीवार है, तो इसका आपको कोई लाभ नहीं मिलता।
दक्षिण दिशा में दरवाजा होना वास्तु की दृष्टि में ठीक नहीं माना जाता। लेकिन कुंडली में शनि और मंगल की स्थिति ठीक होने से जीवन में कई तरह के लाभ मिल सकते हैं।
यदि कोई व्यक्ति को आग्नेय दिशा (पूर्व-दक्षिण के मध्य की दिशा) में दरवाजा बनाता है, तो यह वैभव और समृद्धि में वृद्धि करता है।
अगर किसी व्यक्ति का दरवाजा ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में है, तो इसे बहुत ही शुभ माना जाता है।
लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि कुंडली में बृहस्पति ठीक न होने पर इससे व्यक्ति को कई नुकसान भी हो सकते हैं।
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