क्या आपको भी ऑफिस में उम्मीद के मुताबिक मुनाफा नहीं मिलता। या फिर कर्मचारी असंतुष्ट होकर काम छोड़कर चले जाते हैं?
ऐसे में आपको अपने कार्यस्थल के वास्तु पर ध्यान देने की जरूरत है। जिसे ध्यान में रखने से आप भी कार्यक्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं।
व्यवसाय स्थल के लिए हमेशा ऐसे भूखण्ड का चयन करें जो आगे से चौड़े और सिरे पर संकरा हो।
इस बात का भी ध्यान रखें कि व्यावसायिक स्थान किसी चालू सड़क पर या उसके निकट होना चाहिए। इससे आपके व्यवसाय को बढ़ावा मिलता है।
ऑफिस का मुख्य द्वार पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए, क्योंकि ये दिशाएं सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार मानी जाती हैं।
इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि प्रवेश द्वार पर कोई भारी सामान नहीं रखना चाहिए, इससे नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
व्यवसाय के मुखिया का कमरा हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए और उसे उत्तर की ओर मुख करके बैठना चाहिए।
मालिक का ऑफिस डेस्क वर्गाकार या आयताकार शेप का होना चाहिए। इससे फैसले लेने में आसानी होती है।
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