वास्तु में हर चीज के लिए नियम बताए गए हैं। वास्तु दोष का असर बच्चों पर भी पड़ता है।
पेरेंट्स की अक्सर शिकायत रहती है कि उनका बच्चा पढ़ता नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि उनके सोने और बैठने की दिशा का ध्यान दिया जाए।
कोशिश की करें कि बच्चे का कमरा घर की उत्तर-पूर्व दिशा की ओर हो। उनका सिरहाना पूर्व की ओर हो और उस दिशा में सूर्य का चित्र लगाएं।
बच्चों के कमरे में फालतू का सामान न रखें। ऐसा करने से बच्चे का ध्यान भटकता है।
घर में या बच्चे के कमरे में महाभारत या किसी भी तरह के हिंसक चित्र लगाने से बचें। इससे नकारात्मक विचार आते हैं।
घर में कहीं भी चाकू, कैंची, छूरी या सुई को खुली न रखें और इन्हें कहीं पर लटकाएं नहीं।
कमरे का ईशान कोण यानी कि उत्तर और पूर्व के मध्य की दिशा, इस स्थान को खाली रखें।
घर के परिवार का चित्र दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाएं। ऐसा करने से सकारात्मकता आती है।
वास्तु से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com