सनातन धर्म में वास्तु दोष का विशेष महत्व है, गृह निर्माण से लेकर प्रवेश तक वास्तु के नियमों का पालन होता है।
वास्तु के नियम के अनुसार, चीजें न होने पर मानसिक परेशानी व आय के स्रोत पर विश्राम लग जाता है।
सूर्य ऊर्जा का एकमात्र स्त्रोत है। इसके लिए वास्तु में पूर्व दिशा में दरवाजा रखने की सलाह है।
घर के पश्चिम दिशा में टॉयलेट रहना चाहिए। इसके लिए घर बनाते समय पश्चिम दिशा में टॉयलेट बनाएं।
वास्तु के अनुसार, उत्तर दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है, इस दिशा में बालकनी होना फायदेमंद होता है।
अगर आप जीवन में सुख और समृद्धि पाना चाहते हैं, तो दक्षिण-पश्चिम दिशा में तिजोरी रखें।
वायव्य कोण में बेडरूम रहना फायदेमंद होता है। इस दिशा में बेडरूम, गैरेज आदि चीजें होना चाहिए।