वास्तु शास्त्र में घर की साज-सज्जा के लिए पेड़-पौधों का लगाना जरूरी बताया गया है।
वास्तुविदों के मुताबिक कई पौधे सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं लेकिन वे तभी फायदा देते हैं, जब उन्हें सही दिशा में लगाया जाए।
ऐसे में आज हम आपको इन 5 पौधों के बारे में बताएंगे, जिन्हें भूलकर भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक रोजमेरी पौधे के लिए दक्षिण दिशा वर्जित बताई गई है। इसे दक्षिण दिशा में लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है।
केले में भगवान विष्णु का वास रहता है। ऐसे में इस पौधे को लगाते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि इसकी दिशा दक्षिण न हो।
सनातन धर्म में तुलसी को सबसे पवित्र पौधा माना गया है। इस पौधे को भी दक्षिण दिशा में लगाना वर्जित माना गया है।
कहते हैं कि जिस घर में मनी प्लांट का पौधा लगा हो, वहां पर धन-दौलत चुंबक की तरह खिंची चली आने लगती है।
इसे पौधे को लगाने के लिए दक्षिण दिशा वर्जित मानी गई है। आप इसे पूर्व या उत्तर दिशा में लगा सकते हैं।
शमी का पौधा एक दैवीय पौधा होता है, जो अपने अंदर अनेक गुण समेटे हुए होता है। हालांकि इस पौधे को भूलकर भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए।