माना जाता है कि पूजा स्थल पर शंख रखने से वास्तु दोष समाप्त हो जाता है और घर की सभी नकारत्मकताएं खत्म हो जाती हैं। शंख को जमीन पर बिलकुल ना रखें।
पूजा स्थल में शिवलिंग को रखने के लिए रेशमी कपड़े का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से वास्तु दोष खत्म होने की संभावना बढ़ जाती है।
पूजा स्थल का निर्माण कराते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान का मुख पूर्व दिशा में ना हो। बल्कि पश्चिम दिशा में पूजा सबसे उचित मानी जाती है।
आप अगर घर में शिवलिंग की स्थापना करना चाहते हैं तो केवल शिवलिंग नहीं बल्कि भगवान शिव के पुरे परिवार की मूर्ति या फोटो को भी स्थापित करें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार मंदिर की दीवार पीले, हरे या फिर हल्के गुलाबी रंग का रखना सबसे उचित माना जाता है। ध्यान इस बात का रखें कि मंदिर की दीवार का रंग एक ही हो।
कई बार अज्ञानता के कारण हवन या अनुष्ठान में उपयोग की गई समाग्री को मंदिर में रख दिया जाता है जबकि यह उचित नहीं है। इसे बाहर रख दें या नदी में बहा दें।
किसी भी महत्वपूर्ण अनुष्ठान में कलश का होना आवश्यक माना जाता है। ऐसे में कलश को जमीन पर ना रखें इससे वास्तु दोष की संभावना बढ़ जाती है।
पूजा में लाल, हरा, पीला और सफेद रंग की चीजों का इस्तेमाल करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।