सावन का महीना चल रहा है और इस महीने की पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से चंद्र दोष से मुक्ति मिलती है।
ऐसे में हम आपको बताएंगे कि अधिकमास की पूर्णिमा कब है इसका क्या महत्व इसके अलावा शुभ मुहूर्त के बारे में भी बताएंगे।
यह पूर्णिमा 1 अगस्त को पड़ रही है। इस दिन मंगलवार का दिन है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा, अर्चना की जाती है।
पूर्णिमा मंगलवार के दिन प्रातः 3 बजकर 51 मिनट से शुरु होकर रात्रि 12 बजकर 1 मिनट तक रहेगी।
इस दिन गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा में स्नान करने और दान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
ऐसा करने से भक्तों के जीवन के कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
ब्रह्म वेला में उठकर भगवान विष्णु को प्रणाम करें। दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें फिर सूर्यदेव को काले तिल और कुमकुम मिलाकर अर्घ्य दें।
इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करें। भगवान को फल, फूल, चंदन, अक्षत, धूप-दीप, तिल अर्पित करें और खीर का भोग लगाएं।
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