प्रदोष व्रत में क्या भोग लगाना चाहिए?


By Ashish Mishra22, Oct 2024 11:52 AMjagran.com

प्रदोष व्रत

सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व होता है। इस दौरान शिव जी की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि प्रदोष व्रत में क्या भोग लगाना चाहिए?

प्रदोष व्रत कब है?

पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास का पहला प्रदोष व्रत 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन प्रदोष काल 5 बजकर 38 मिनट से शाम 8 बजकर 13 मिनट तक रहेगा।

प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत की शुरुआत 29 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगा।

शिववास योग

प्रदोष व्रत के दिन सुबह 10 बजकर 31 मिनट तक भगवान शिव नंदी पर सवार रहेंगे। इस दौरान शिव जी का अभिषेक करने से सभी कार्यों में सफलता मिलेगी।

दही और घी का भोग लगाएं

प्रदोष व्रत के दौरान भगवान शिव की पूजा करते समय दही और घी का भोग लगाना चाहिए। इससे जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।

मखाने की खीर का भोग लगाएं

प्रदोष व्रत पर मखाने की खीर का भोग लगाने से शिव जी प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही, व्यक्ति की मनोकामना पूरी होने लगती है।

मालपुआ और सफेद बर्फी का भोग

भगवान शिव जी पूजा करते समय मालपुआ और सफेद बर्फी का भी भोग लगा सकते हैं। ऐसा करने से रुके हुए कार्य होने लगते हैं और व्यक्ति करियर में तरक्की करता है।

मंत्र का जाप करें

प्रदोष व्रत पर पूजा करते समय ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् मंत्र का जाप करें। इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

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