शास्त्रों में रुद्राक्ष का काफी महत्व बताया गया है। यह भगवान शिव का बेहद प्रिय है। आइए जानते हैं कि रुद्राक्ष धारण करते समय क्या करना चाहिए?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। इसी वजह से रुद्राक्ष को काफी पवित्र माना जाता है।
इसे धारण करते समय नियम का पालन करना चाहिए। बिना नियम का पालन करके रुद्राक्ष धारण करने से शिव जी नाराज होने लगती है।
रुद्राक्ष को धारण करने से पहले गंगाजल या पंचामृत में धोना चाहिए। इसे रुद्राक्ष पूरी तरह पवित्र हो जाता है। इसके बाद रुद्राक्ष शक्तिशाली हो जाता है।
रुद्राक्ष धारण करते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करना चाहिए। इस दौरान भगवान शिव की पूजा करते हुए ध्यान करना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने वाले लोगों को सुबह रुद्राक्ष के मूल मंत्र 'ॐ ह्रीं नम:' मंत्र का जाप करें। इससे जीवन में आने वाले संकट दूर होने लगते हैं।
रुद्राक्ष को लाल या पीले धागे रंग के धागे में पहनना चाहिए। भूलकर भी रुद्राक्ष को काले रंग के धागे में नहीं धारण करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
रुद्राक्ष धारण करने के बाद खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसे धारण करने के बाद तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।
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