चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना की जाती है। इस दौरान कलश पर जौ लगाया जाता है। आइए जानते हैं कि कलश विसर्जन के बाद जवारे का क्या करना चाहिए?
नवरात्रि के अंतिम दिन यानी नवमी को कलश विसर्जन किया जाता है। इसके बाद जवारे के उपाय करने चाहिए।
शास्त्रों में जौ को ब्रह्मांड का प्रथम अन्न माना गया है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना में जवारे बोए जाते हैं। जवारे के अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग नाम से जाना जाता है।
आर्थिक तंगी का सामना कर रहे लोगों को कलश विसर्जन करने के बाद जवारे को लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख देना चाहिए। इसे उपाय को करने में आय में वृद्धि होती है।
कलश के जवारे को लाल कपड़े में करके मुख्य द्वार पर बांध दें। ऐसा करने वास्तु दोष दूर होने लगता है और घर की नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है।
मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए जवारे को लाल वस्त्र में बांधकर पूजा स्थल पर रख दें। ऐसा करने सौभाग्य की वृद्धि होती है।
नवरात्रि के अंतिम दिन यानी दशहरा को जवारे को पर्स में रख लें। इससे पैसों की कमी नहीं होती है और कारोबार में वृद्धि होने लगती है।
घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए मुख्य द्वार पर जवारे को रखना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पैसों से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए उपाय करने समेत अध्यात्म से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए जुड़े रहें jagran.com के साथ