कालाष्टमी तिथि हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को होती है, इस दिन काल भैरव की पूजा की जाती है। ऐसा करने से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं।
यह माघ का महीना चल रहा है, इस महीने की कालाष्टमी 2 फरवरी को पड़ रही है। इस दिन व्रत का पालन भी किया जाता है।
माघ महीने की कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त 2 फरवरी को शाम 4 बजकर 3 मिनट से शुरु होकर अगले दिन 3 फरवरी को शाम 5 बजकर 20 मिनट पर होगा।
कालाष्टमी के लिए निशिता काल का मुहूर्त शुभ माना जाता है, ऐसे में 2 फरवरी को कालाष्टमी मनाई जाएगी।
निशिता काल में काल भैरव की पूजा की जाती है, इस दिन निशिता काल रात 12 बजकर 8 मिनट से शुरु होकर रात 1 बजकर 1 मिनट तक है।
वहीं इसके लिए दिन में पूजा कर सकते हैं, दिन में पूजा के लिए समय 12 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 57 मिनट तक है।
इस दिन काल भैरव की पूजा करने से भय दोष से छुटकारा मिलता है, वहीं इस दिन तंत्र-मंत्र की सिद्धि भी की जाती है।
काल भैरव शिव जी का ही उग्र रूप हैं, इस दिन विधि-विधान से काल भैरव की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और बुरी नजर के प्रभाव से भी बचते हैं।
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