सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व होता है। रोज इसकी पूजा करने से शुभ फल मिलता है। आइए जानते हैं कि तुलसी के पौधे के कब नहीं छूना चाहिए?
घर में किसी भी पौधों की पूजा करते समय वास्तु के नियमों का ध्यान देना चाहिए। इन नियमों का पालन न करने से वास्तु दोष की समस्या हो सकती है।
तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास रहता है। रोजाना इस पौधे की पूजा करने से धन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
शास्त्रों के अनुसार, सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए। इसे सूर्यास्त के बाद छूने से दोष लग सकता है और आप परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इस दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसी वजह से तुलसी के पौधे को छूना वर्जित माना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रविवार और मंगलवार को तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए और इन दिनों पौधे पर जल डालने से भी बचना चाहिए।
तुलसी के पौधे को ग्रहण के समय नहीं छूना चाहिए। इस दौरान पौधे को छूने से मां लक्ष्मी नाराज होती है और धन से जुड़ी समस्या होने लगती है।
वास्तु के अनुसार, शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना शुभ होता है। इससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है और धन लाभ के योग बनते हैं।
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