प्रदोष व्रत हर महीने में 2 बार रखा जाता है। यह व्रत कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। यह दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है।
भक्तगण इस दिन व्रत का पालन करते हैं। प्रदोष व्रत का पालन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
ऐसे में हम बात करेंगे कि जुलाई महीने में यह व्रत कब रखा जाएगा। इस महीने में कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत 3 जुलाई को और शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 18 जुलाई को रखा जाएगा।
आषाढ़ महीने के कृष्ण पक्ष के प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त 3 जुलाई को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन 4 जुलाई को 5 बजकर 54 मिनट पर होगा।
वहीं, शुक्ल पक्ष में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त 18 जुलाई को सुबह 8 बजकर 44 मिनट पर शुरु हो रहा है और इसका समापन 19 जुलाई को सुबह 7 बजकर 41 मिनट तक होगा। ऐसे में प्रदोष व्रत 19 जुलाई को रखा जाएगा।
प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसा करने से कार्यों में सफलता प्राप्त होती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
भक्तगण इस दिन शिव जी की पूजा करने के लिए शिव मंदिर में जाते हैं। प्रदोष व्रत के दिन शिव जी की पूजा करते समय ‘ऊं नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करना चाहिए।
प्रदोष व्रत के दिन शिव जी का गंगाजल और दूध से अभिषेक करना चाहिए। इसके साथ ही बेल पत्र, गन्ने का रस आदि चीजें अर्पित करें। ऐसा करने से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है।
जुलाई में इन दिनों में प्रदोष व्रत का पालन किया जाएगा। धर्म और अध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें Jagran.Com