शरीर में ज्यादा पसीना आने से बेहोशी आ सकती है, साथ ही हार्टबीट बढ़ने के भी संकेत हो सकते हैं। जिससे घबराहट सी होने लगती है।
ज्यादा पासीना आना डायबिटीज का लक्षण हो सकता है, क्योंकि डायबिटीज होने से स्वेट ग्लैंड्स पर असर पड़ता है जो अधिक पसीना आने का कारण हो सकता है।
अत्यधिक मोटापा होने से भी ज्यादा पसीना आ सकता है। ओबेसिटी होने पर व्यक्ति को एक सामान्य व्यक्ति मुकाबले काम करने के लिए ज्यादा ऊर्जा की आवश्यकता पड़ सकती है।
हड्डियों में इंफेक्शंस होने या रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से ज्यादा पसीना आ सकता है।
स्मोकिंग करने से भी ज्यादा पसीना होने लगता है, क्योंकि सिगरेट में निकोटीन नामक पदार्थ पाए जाता है।
जब मस्तिष्क के हिस्सों में पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं हो पाता है तो शरीर से अधिक मात्रा में पसीना निकलने लगता है।
यह एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है। जब मस्तिष्क की कोशिकाएं डोपामाइन नामक रसायन का उत्पादन करना बंद कर देती हैं तो शरीर से पसीना निकलने लगता है।
जब थायराइड से निकलने वाले हार्मोन्स का लेवल बढ़ जाता है तो शरीर में की फंक्शन भी बढ़ जाते हैं। कभी-कभी ओवरएक्टिव थायराइड के कारण ज्यादा पसीना का सकता है।
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