हनुमान जी श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। इन्हें कई अन्य नामों से जाना जाता है। उनको कई वरदान मिले हैं।
हनुमान जी को शिव जी का अवतार माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि वे आज भी इस लोक में मौजूद हैं।
हम आपको बताएंगे कि हनुमान जी को अमरता का वरदान किसने और क्यों दिया था?
हनुमान जी से प्रसन्न होकर उनको अमर होने का वरदान माता सीता ने दिया था।
जब हनुमान जी माता सीता को खोजते हुए रावण की लंका में पहुंचे थे तभी माता ने उनको अमरता का वरदान दिया था।
राम जी की अंगूठी पाकर माता सीता बहुत प्रसन्न हुईं और उन्होंने यह वरदान दिया ताकि वे यहां पर सबकी रक्षा करते रहें।
इसका उल्लेख हनुमान चालीसा की एक चौपाई में मिलता है, "अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।"
इसके अलावा उन्हें भगवान शिव का वरदान प्राप्त है कि उन्हें किसी शस्त्र से नहीं मारा जा सकता।
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