हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना गया है। तुलसी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्व रखती है बल्कि आयुर्वेद में भी इसके कई लाभ बताए गए हैं।
तुलसी से जुड़े कई नियम भी हैं जिनका ध्यान रखा जाना जरूरी है। ऐसा ही एक नियम है कि रविवार के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए।
तुलसी के एक पत्ते की इतनी महिमा बताई गई है कि इसका एक पत्ता भी श्राद्ध और यज्ञ आदि में पुण्य देने का काम करता है।
जिस घर में प्रतिदिन तुलसी की पूजा की जाती है उस घर में हमेशा सुख और समृद्धि बनी रहती है।
तुलसी भगवान विष्णु को अति प्रिय है। वहीं रविवार का दिन भी भगवान विष्णु को समर्पित है। इसलिए रविवार के दिन तुलसी तोड़ना वर्जित माना गया है।
चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण, एकादशी, द्वादशी और सूर्यास्त के बाद भी तुलसी के पत्तों को तोड़ना वर्जित माना जाता है।
इन तिथियों पर तुलसी जी भगवान श्री हरि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए इन दिनों में तुलसी तोड़ने से बचना चाहिए।
इन तिथियों पर तुलसी में जल भी अर्पित नहीं किया जाता।
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