Janmashtmi 2023: श्री कृष्ण क्यों धारण करते थे मोरपंख? जानें


By Amrendra Kumar Yadav05, Sep 2023 04:00 PMjagran.com

जन्माष्टमी

भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण की पूजा, अर्चना की जाती है।

मोरपंख

भगवान श्रीकृष्ण को मोपरपंख बहुत प्रिय है। उनके सिर पर मोरपंख हमेशा विराजमान रहता है।

मोर मुकुट धारी

यही कारण है कि भगवान श्रीकृष्ण को मोर मुकुट धारी कहा जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के हर रूप में मोरपंख जरूर देखने को मिलता है।

क्यों धारण करते हैं मोरपंख

हम आपको बताएंगे कि भगवान श्रीकृष्ण क्यों सिर पर मोर पंख धारण करते हैं।

कालसर्प योग

ऐसा कहा जाता है कि श्रीकृष्ण जी की कुंडली में कालसर्प योग था। सांप और मोर को एक-दूसरे का शत्रु माना जाता है। ॉ

दुष्प्रभाव

कहा जाता है कि काल सर्प योग के दुष्प्रभावों से बचने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने सिर पर मोर पंख धारण किया था।

अन्य कहानी

एक कहानी यह भी है कि जब श्रीकृष्ण बंसी बजा रहे थे तो राधा के साथ कुछ मोर भी वहां नृत्य कर रहे थे। नृत्य के दौरान मोर का पंख गिर गया, जिसे श्रीकृष्ण ने राधा का प्रेम प्रतीक समझकर धारण कर लिया।

संदेश

कृष्ण जी के बड़े भाई बलराम जी शेषनाग जी के अवतार हैं, मोर और नाग को एक-दूसरे का शत्रु माना जाता है। श्रीकृष्ण ने मोरपंख धारण करके यह संदेश दिया कि शत्रुओं के लिए भी उनके मन में विशेष स्थान है।

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