गुरु पूर्णिमा आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को बनाया जाता है। इस दिन लोग अपने गुरुओं की पूजा करते हैं। आइए जानते हैं कि गुरु पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है।
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा की जाती है, अइस दिन संभव हो तो गुरु से मिलना चाहिए, अन्यथा तस्वीर रखकर पूजा करनी चाहिए।
गुरु पूर्णिमा के दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। इस दिन को व्यास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।
महर्षि वेदव्यास को चारों वेदों का ज्ञान था, इसीलिए इस दिन गुरु की पूजा करने की परंपरा चली आ रही है।
गुरु पूर्णिमा के दिन बृहस्पति ग्रह की पूजा की जाती हैं, इसके लिए भगवान विष्णु की उपासना करना अच्छा माना जाता है।
इस दिन पीली वस्तु का दान करना चाहिए। आप पीले अनाज और वस्त्र भी दान कर सकते हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार वेदव्यास के शिष्यों ने आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाने के शुरुआत की थी।
जो छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें गुरु पूर्णिमा के दिन गीता का पाठ करना चाहिए।
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