ज्योतिष शास्त्र में राशिफल का आकलन ग्रह-नक्षत्रों के चाल से किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र में भविष्य में होने वाली घटनाओं का पहले से अनुमान बताया जाता है।
वृश्चिक राशि वालों का यह वर्ष शुभ फलदायी रहेगा। वर्ष के शुरुआत में सप्तम भाव में मंगल गृह के बैठने के कारण दाम्पत्य जीवन तनावमय रह सकता है।
मार्च माह में जातक कार्य व्यवसाय में जोखिम वाले कार्यों को करने से डरेंगे।
जून माह में आकस्मिक धन वृद्धि के योग बन रहे है। इस वर्ष तृतीय भाव के प्रबल होने के कारण पराक्रम में वृद्धि होगी, किंतु ध्यान रखे की इसका प्रयोग गलत जगह ना हो।
वर्ष के मध्य में स्वभाव में रूखापन स्नेहीजन से बैर करा सकता है। विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष लाभदायक रहने वाला है, पढ़ाई में मन लगेगा।
शुक्र गृह की कृपा से अगस्त से सितंबर माह के बीच रहन सहन में सुधार आएगा जिससे समाज में प्रतिष्ठा बड़ेगी।
वर्ष के अंत में लग्न में सूर्य और मंगल की युति होने के कारण जातक के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, किंतु शनि की दृष्टि के कारण अहंकार में भी वृद्धि होगी।