उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार में दोषी पाए जाने पर रामपुर के तत्कालीन सीओ के खिलाफ एक्शन लिया है।
योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टालरेंस की नीति अपनाते हुए रिश्वत लेने के आरोप में दोषी पाए गए रामपुर के तत्कालीन सीओ का डिमोशन कर दिया है।
दिसंबर 2021, में सीओ विद्या किशोर को निलंबित किया गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिमोट किए जाने की जानकारी ट्वीट करके दी।
निलंबन के बाद विद्या किशोर को डीजीपी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था।
रामपुर में सीओ पद पर तैनात विद्या किशोर पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा था, साथ ही वीडियो भी काफी वायरल हुआ था।
जांच में दोषी पाए जाने पर उन्हे अब मूलपद निरीक्षक पर प्रत्यावर्तित कर दिया गया है। सीओ बनने से पहले वह पीएसी में प्लाटून कमांडर थे। यह पद इंस्पेक्टर रैंक का है।