भारतीय कछुओं की बांग्लादेश में हो रही थी तस्करी, BSF ने विफल किया प्रयास; एक तस्कर गिरफ्तार
Tortise Smuggling भारत बांग्लादेश सीमा पर संकटग्रस्त प्रजाति के 195 भारतीय कछुओं की तस्करी का मामला सामने आया है। हालांकि बीएसएफ ने एक्शन लेते हुए इस तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया है। इस मामले में एक तस्कर को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। ये संकटग्रस्त प्रजाति के कछुए आईयूसीएन की रेड लिस्ट में शामिल हैं। पकड़े गए कछुओं को वन विभाग को सौंप दिया गया है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर वन्यजीव की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर संकटग्रस्त व दुर्लभ प्रजाति के 195 इंडियन स्टार कछुओं के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ ने मंगलवार शाम एक बयान में इसकी जानकारी दी।
इसमें बताया गया कि बल के खुफिया विभाग की सूचना पर 143वीं बटालियन की सीमा चौकी तराली-1 के जवानों ने सोमवार देर शाम को विशेष अभियान चलाकर तस्कर को इन दुर्लभ कछुओं की खेप के साथ दबोचा। इन कछुओं को सीमा पार कराकर भारत से बांग्लादेश में तस्करी की योजना थी। तस्कर कछुओं को बोरियों में भरकर ले जा रहा था।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि तस्करी से बचाए गए ये इंडियन स्टार कछुए अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (आइयूसीएन) की रेड लिस्ट के अंतर्गत संकटग्रस्त एवं वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची-4 के तहत आते हैं। ये कछुए भारतीय उपमहाद्वीप में विशेष रूप से देश के मध्य और दक्षिणी भागों, पश्चिमी पाकिस्तान और श्रीलंका में पाए जाते हैं। पकड़ा गया भारतीय तस्कर उत्तर 24 परगना जिले का ही निवासी है।
तस्कर ने भागने की कोशिश
बीएसएफ के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि खुफिया विभाग की सूचना पर सतर्क सीमा चौकी तराली–1 के जवानों ने शाम के समय तीन तस्करों को सर पे बोरी लादे भारत से बांग्लादेश की ओर जाते हुए देखा। जवानों ने जब उन्हें रुकने के लिए आवाज लगाई और उनकी तरफ दौड़े तो तस्कर लोग घबरा गए और बोरी को वहीं पर गिरा कर भागने की कोशिश की। तभी जवानों ने एक तस्कर को बोरियों के साथ धर दबोचा और बाकी तस्कर भागने में कामयाब रहे।
195 कछुए बरामद
बोरियों की तलाशी में 195 संकटग्रस्त कछुए बरामद हुए। प्रारंभिक पूछताछ में तस्कर ने खुलासा किया कि वह आजीविका के लिए छोटी-मोटी तस्करी की गतिविधियों में शामिल है। उसने दावा किया कि सीमावर्ती स्वरूपदाह गांव में एक धान के खेत में एक साथी तस्कर रिपन बिस्वास से उसे कछुओं से भरे तीन बैग मिले थे। उसका काम बीएसएफ की सीमा रेखा को इसे पार कराना था, जिसके लिए उसे 500 रुपये देने का वादा किया गया था।गिरफ्तार तस्कर व कछुओं को वन विभाग को सौंपा गया
गिरफ्तार तस्कर को जब्त कछुओं के साथ आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए वन विभाग को सौंप दिया गया है। बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि सीमा के जरिए ऐसी महत्वपूर्ण संवेदनशील प्रजातियों की तस्करी की सफल रोकथाम भारत की समृद्ध प्राकृतिक विरासत की रक्षा के लिए बीएसएफ की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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