तृणमूल विकास और भाजपा अशांति को मुद्दा बनाएगी
= माकपा-कांग्रेस राज्य सरकार के 10 साल के विफलताओं को सामने रखकर चुनाव लड़ेगी संवाद सू
= माकपा-कांग्रेस राज्य सरकार के 10 साल के विफलताओं को सामने रखकर चुनाव लड़ेगी संवाद सूत्र, दिनहाटा: विधानसभा चुनाव में पुल से लेकर ऑडिटोरियम और राज्य सरकार के विकास कार्यो को सामने रखकर ही तृणमूल कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। वहीं भाजपा राज्य में अशांति का माहौल और भ्रष्टाचार को अपना मुद्दा बनाने वाली है। इधर, माकपा और कांग्रेस का गठबंधन पुल निर्माण में अपना योगदान और राज्य सरकार के विफलताओं को सामने रखकर चुनाव प्रचार करने वाली है। उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई लेकिन सिताई तृणमूल कांग्रेस अपने रिकॉर्ड जीत का दावा कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के विधायक जगदीश चंद्र वर्मा बसुनिया ने कहा कि पिछली सरकार में माकपा ने झूठे वादे कर लोगों को धोखा दिया था। ममता बनर्जी की सरकार बनने के बाद यहां के लोगों की मांग सिताई पर पुल का उद्घाटन हुआ। इसके अलावा भी अलग-अलग क्षेत्रों में कई विकास कार्य हुए हैं। उक्त विकास कार्याें को लेकर ही प्रचार कर जनता के पास जाएंगे। भाजपा नेता दीपक राय ने कहा कि चुनाव के लिए पार्टी की ओर से कई रणनीति बनाई गई है। स्वतंत्रता के बाद से बंगाल पीछे ही गया है, अब उसे आगे ले जाने के लिए काम करेंगे। इसके अलावा तृणमूल के अशांति और भ्रष्टाचार को सामने रखकर जनता के पास जाएंगे। फरर्व्ड ब्लॉक के जिला सचिव व पूर्व विधायक नृपेन राय ने कहा कि पुल बनाने के लिए माकपा सरकार ने ही प्राथमिक स्तर पर काम किया था। इसके अलावा तृणमूल ने 10 वर्ष के कार्यकाल में स्वास्थ्य शिक्षा के लिए कुछ नहीं किया। इसे ही मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ी जाएगी। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष केशव राय ने कहा कि वह जब 2011 में विधायक बने थे तो मानसई नदी के ऊपर पुल बनाने के लिए संबंधित विभाग और मंत्री से बार-बार आवेदन किया था।