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West Bengal: कूचबिहार की घटना के खिलाफ आज से विधानसभा परिसर में धरना देंगे भाजपा विधायक, हंगामे के आसार

भाजपा विधायकों के धरने से विधानसभा परिसर का माहौल गरमाने की आशंका है। महिला कार्यकर्ता को निर्वस्त्र करके पिटाई की घटना को लेकर भाजपा आक्रामक है। क्योंकि बंगाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दोनों नवनिर्वाचित विधायकों सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार शपथ ग्रहण में देरी को लेकर पिछले कुछ दिन से हर दिन विधानसभा परिसर में धरना दे रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Mon, 01 Jul 2024 06:00 AM (IST)
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कूचबिहार की घटना के खिलाफ आज से विधानसभा परिसर में धरना देंगे भाजपा विधायक
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल में विपक्षी भाजपा के विधायक कूचबिहार जिले में हाल में पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता को निर्वस्त्र करके पिटाई की घटना के विरोध में एक जुलाई, सोमवार से यहां विधानसभा परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे।

बंगाल विधानसभा में भाजपा के नए मुख्य सचेतक बने सिलीगुड़ी से विधायक शंकर घोष ने इस मुद्दे पर पहले ही विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को पत्र देकर सोमवार से प्रस्तावित धरना प्रदर्शन के बारे में सूचित कर दिया है। हालांकि, इस मामले में अध्यक्ष की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

विधानसभा परिसर का माहौल गरमाने की आशंका

वहीं, भाजपा विधायकों के धरने से विधानसभा परिसर का माहौल गरमाने की आशंका है। क्योंकि बंगाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दोनों नवनिर्वाचित विधायकों सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार शपथ ग्रहण में देरी को लेकर पिछले कुछ दिन से हर दिन विधानसभा परिसर में धरना दे रहे हैं।

तृणमूल के दोनों नवनिर्वाचित विधायक राजभवन की बजाय विधानसभा में शपथ दिलाने की मांग पर अडिग हैं। राज्यपाल ने दोनों विधायकों को बुधवार दोपहर में शपथ के लिए राजभवन में आमंत्रित किया था, लेकिन दोनों नहीं पहुंचे थे।

अपनी मांग के समर्थन में दोनों विधायकों ने विधानसभा परिसर में बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को चार-चार घंटे तक धरना दिया। दोनों सोमवार को भी धरना देने वाले हैं। ऐसे में विधानसभा परिसर में सत्तारूढ़ तृणमूल और विपक्षी भाजपा के विधायकों के धरने को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाने के आसार है।

कूचबिहार की घटना पर भाजपा आक्रामक

बता दें कि कूचबिहार जिले के माथाभांगा के घोक्सादांगा थाने में महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया था कि दो जून को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने उसकी साड़ी उतार दी और उसे उसी हालत में करीब एक किलोमीटर तक घसीटा एवं पिटाई की।

इस घटना को लेकर भाजपा ममता सरकार व तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक है। इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने भी शुक्रवार को इस घटना का संज्ञान लिया था। उन्होंने राज्य पुलिस से विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर आयोग के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया था।

राज्यपाल ने अब कोलकाता पुलिस आयुक्त और डीसी सेंट्रल को हटाने की सिफारिश की

बंगाल के राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच टकराव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सीएम के आपत्तिजनक बयान के खिलाफ हाई कोर्ट में मानहानि का केस दायर करने की खबरों के बीच अब राज्यपाल ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए कोलकाता के पुलिस आयुक्त (सीपी) विनीत गोयल और उपायुक्त (डीसी) सेंट्रल इंदिरा मुखर्जी को हटाने की सिफारिश की है।

सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दोनों पुलिस अधिकारियों को तुरंत हटाने को कहा है। राज्यपाल के अनुसार, कोलकाता पुलिस ने राजभवन के पास कंट्रोल रूम जैसा एक आफिस बनाया है, जिसके लिए उन्होंने राजभवन से कोई अनुमति नहीं ली। राज्यपाल को संदेह है कि राज्य सरकार कोलकाता पुलिस के जरिए राजभवन पर खास तौर पर निगरानी रख रही है। इसी तरह का आरोप बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी लगाया था, जो अब भारत के उपराष्ट्रपति हैं।

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