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चेंगड़ाबांधा सीमा पर निर्यात हब विकसित करने की संभावना

चेंगड़ाबांधा सीमा पर निर्यात हब विकसित करने की संभावना - रेल यात्री सेवा समिति के प्रतिनिधिमं

By JagranEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 06:29 PM (IST)
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चेंगड़ाबांधा सीमा पर निर्यात हब विकसित करने की संभावना

- रेल यात्री सेवा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने न्यू चेंगड़ाबांधा स्टेशन का दौरा जताई उम्मीद संवादसूत्र, चेंगड़ाबांधा : कूचबिहार जिले के चेंगड़ाबांधा भूमि बंदरगाह में निर्यात हब विकसित करने की काफी संभावनाएं हैं। राजस्व बढ़ाने के लिए, विदेशों के साथ निर्यात व्यापार भी जरूरी है। और इसी विदेशी व्यापार के विस्तार के लिए, रेल संचार की एक बड़ी भूमिका है। ट्रेन चलने से यहां अधिक उत्पादों का निर्यात संभव है। रेलवे यात्री सेवा समिति के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को न्यू चेंगड़ाबांधा स्टेशन का दौरा करते समय सीमा पर निर्यात हब के बारे में आश्वासन दिया।

प्रतिनिधि दल में किशोर सानबाग, प्रणब बरुआ, बेबी चंकी सहित अन्य उपस्थित थे।

वर्तमान में भारत-बाग्लादेश और भूटान-बाग्लादेश के बीच आयात-निर्यात व्यापार चेंगड़ाबांधा सीमा के माध्यम से चल रहा है। हालाकि बाग्लादेश में निर्यात के लिए माल बाहर से रेल द्वारा यहा लाया जाता है, उन सामानों को वैगनों से उतारकर ट्रकों द्वारा बाग्लादेश भेजा जाता है। इसलिए कई लोग सोचते हैं कि निर्यात हब के विकास से विदेशी व्यापार में वृद्धि होगी।

इस दिन रेलवे प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने स्टेशन का दौरा करने के दौरान एक बैठक की। बैठक में चेंगड़ाबांधा एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मूलचंद बुच्चा, मर्चेन्ट एसोसिएशन के सचिव पवन अग्रवाल, सामाजिक संगठन सृजन के सचिव सुनिर्मल गुहा, जलपाईगुड़ी जिला भाजपा महासचिव दधीराम राय व अन्य उपस्थित थे। इस मौके पर दधीराम राय ने कहा कि बैठक में इस क्षेत्र के लोगों की कई मागों पर प्रकाश डाला गया। हम इसे लेकर काफी आशान्वित हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार बाग्लादेश की सीमा से लगा यह इलाका संचार के मामले में काफी पीछे है। ऐसे में यहा कलकत्ता और दिल्ली जाने वाली ट्रेनों का ठहराव शुरू कर दिया जाए तो यह काफी आसान हो जाएगा। उन्होंने विभिन्न सर्किलों का ध्यान आकर्षित किया है। निवासियों के अनुसार, चेंगड़ाबांधा सीमा के माध्यम से भारत-बाग्लादेश और भूटान-बाग्लादेश के बीच विदेशी व्यापार के लिए व्यापार कारणों से हर दिन बाहर से बहुत से लोग आ रहे हैं। पासपोर्ट वाले लोग यहा अंतरराष्ट्रीय इमिग्रेशन चेकपोस्ट के माध्यम से दोनों देशों के बीच यात्रा कर रहे हैं। लोगों को अक्सर विभिन्न कारणों से कोलकाता, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में जाना पड़ता है। उन्हें ट्रेन पकड़ने के लिए दूर जलपाईगुड़ी, मैयनागुड़ी या सिलीगुड़ी तक दौड़ना पड़ता है।

सृजन के संपादक सुनिर्मल गुहा ने कहा कि रेलवे प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को कई मागों से अवगत कराया गया है। उनमें से, न्यू चेंगड़ाबांधा स्टेशन पर एक पैदल यात्री स्टॉप और दिल्ली जाने वाली दो ट्रेनों के ठहराव का भी अनुरोध किया गया है। मचर्ेंट एसोसिएशन के सचिव पवन कुमार अग्रवाल ने कहा कि कई लंबी दूरी की ट्रेनों को यहा रुकने की जरूरत है। साथ ही, विदेश व्यापार को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन के बुनियादी ढाचे के विकास की भी जरूरत है। उन बातों से रेलवे के प्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है।

कैप्शन : न्यू चेंगड़ाबांधा स्टेशन पर बैठक करते रेलवे प्रतिनिधि दल रेलवे प्रतिनिधिमंडल ने तिनबीघा कॉरिडोर का दौरा किया।

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