Move to Jagran APP

कूचबिहार जिले में कई पूजा पंडालों का मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया वर्चुअल उद्घाटन

ज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महालया के अवसर पर कूचबिहार जिले की कई पूजा पंडालों का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन के बाद पूजा मंडप आगंतुकों के लिए खोल दिए गए हैं। पढि़ए कूचबिहार के विशेष पूजा पंडालों की खासियत।

By Edited By: Updated: Mon, 26 Sep 2022 02:08 PM (IST)
Hero Image
सीएम ममता बनर्जी मां दुर्गा की प्रतिका पेंट करतीं हुई। जागरण फाइल फोटो।
कूचबिहार, संवादसूत्र। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महालया के अवसर पर कूचबिहार जिले की कई पूजा पंडालों का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन के बाद पूजा मंडप आगंतुकों के लिए खोल दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार शाम दिनहाटा में एक पूजा मंडप का उद्घाटन करने के अलावा कूचबिहार में दो अन्य पूजाओं का भी उद्घाटन किया। इस दिन शाम छह बजे मुख्यमंत्री ने दिनहाटा की शहीद कार्नर दुर्गा पूजा समिति, कूचबिहार में खगराबाड़ी बुरीहाट क्लब की पूजा और मेखलीगंज की पश्चिमपारा दुर्गा महोत्सव समिति की पूजा का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री द्वारा कूचबिहार जिले की तीन पूजा पंडालों  के उद्घाटन के बाद लोगों में खासा उत्साह है।

इस साल दिनहाटा शहीद कॉर्नर दुर्गा पूजा समिति का 59वां वर्ष है। पूजा समिति के अध्यक्ष उत्तर बंगाल के विकास मंत्री उदयन गुहा हैं। पूजा समिति के सचिव दिलीप दे ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महालय दिवस की शाम वस्तुत: इस पूजा का उद्घाटन किया। पूजा आयोजकों ने कहा कि कलाकार जयंत साहा ने पूजा मंडप को विभिन्न पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं से सजाया है। थीम अंत: लोक तीर्थयात्रा है। पूजा समिति के अध्यक्ष व उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री व्यस्त रहती हैं। इसलिए उन्होंने वर्चुअल माध्‍यम से कई पूजा  पंडालों का उद्घघाटन किया। इनमें शहीद कॉर्नर की पूजा भी शामिल है। इस बीच, इस साल कूचबिहार के खगराबाड़ी बुरीरपाट क्लब और बेमागार की पूजा का 50वां वर्ष है। पूजा का मुख्य आकर्षण होगला के पत्तों से बना दक्षिण भारतीय मंदिर है। पूजा समिति के सचिव संजीव आचार्य ने बताया कि महालया की सुबह क्लब के सामने से एक रैली ने पूरे क्षेत्र की परिक्रमा की। साथ ही मेखलीगंज पश्चिमपारा लोक दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष 18 वां वर्ष मना रही है। इस पूजा की शुरुआत 2006 में राज्य के पूर्व मंत्री विधायक परेश चंद्र अधिकारी के हाथों हुई थी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।