नौकरी के नाम पर तृणमूल नेता पर पैसा लेने का आरोप
संवाद सूत्रबालुरघाट प्राथमिक स्कूल में शिक्षक नियुक्ति को लेकर दक्षिण दिनाजपुर में भी एक गिर
संवाद सूत्र,बालुरघाट: प्राथमिक स्कूल में शिक्षक नियुक्ति को लेकर दक्षिण दिनाजपुर में भी एक गिरोह बेरोजगार युवकों से करोड़ों रूपये लिए। इलाके में वह तृणमूल का नेता के रूप में जाना जाता है। लेकिन जैसे ही पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी का शिक्षक भर्ती घोटाले में जेल हुई, जगह-जगह आंदोलन शुरू हो गया है। सीबीआइ की गहन जांच शुरू हो गयी है। बेरोजगार युवकों को लग रहा है कि उनका पैसा डूब गया है। अब उन्हें नौकरी नहीं मिलेगी। ऐसे में अपनी पैसा वापस करने की माग को लेकर बालुरघाट नगर पालिका क्षेत्र के जोगमाया क्लब के पास एक शिक्षिका के घर पर विरोध प्रदर्शन किया गया। शिक्षिका का पति बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया करता था। उल्लेखनीय है कि चार साल पहले शिक्षक के पति ने प्राथमिक विद्यालयों में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये लिए। बतादें कि पहले भी कई बार नौकरी तलाशने वालों ने उनके घर आकर पैसे की माग की, लेकिन हर बार उन्हें वादा मिला कि काम हो जाएगा। लेकिन सरकारी नौकरी की चाह रखने वालों को अब भरोसा नहीं हो रहा है कि जिस तरह से राज्य में शिक्षक भर्ती घोटाले की जाच शुरू की गई है, उसे लेकर अब कुछ नहीं मिलेगा। आज प्रदर्शनकारियों ने दरवाजा तोड़ दिया और आरोपित शिक्षिका के पति विप्लव मंडल के साथ हाथापाई की। शिक्षिका के घर पर हंगामे को देखते हुए मौके पर स्थानीय पार्षद और क्लब के स्थानीय सदस्य पहुंचे। स्थानीय तृणमूल पार्षद सुरजीत साहा ने इस समस्या पर चर्चा कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया। हालाकि घटना की सूचना मिलने के बाद बालुरघाट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शिक्षिका रीतू मंडल को गिरफ्तार कर थाने ले गई। दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने आरोपित के घर पर ताला लगा दिया। इलाके के लोगों ने दोनों का सामाजिक बहिष्कार का आह्वान किया है। सीबीआई मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जाच कर रही है। ऐसे में दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट में नौकरी देने के नाम पर ठगी की शिकायत मिली थी। ठगी के शिकार बेरोजगार युवकों ने बताया कि उन्होंने बालुरघाट थाने में पहले ही शिकायत दर्ज करा दी है।
बेरोजगार युवकों ने बताया कि बालुरघाट प्रखंड के चक्काशी गाव निवासी विप्लब मंडल ने कई वषरें से ठगी करके वह संपति बना रहा है। उनकी पत्नी एक स्कूल टीचर हैं। वर्ष 2017 में उन्होंने प्राथमिक नौकरी देने के नाम पर जिले के कई लोगों से करीब करोड़ रुपये वसूले। वह खुद को पार्थ चटर्जी का करीबी बताता था। वह लोगों को आसानी से बेवकूफ बना देता था। उसके पास इसका प्रमाण भी था। विप्लब मंडल ने बालुरघाट प्रखंड के नुनिल क्षेत्र निवासी नकुल मंडल से साढ़े चार लाख रूपये लेकर नौकरी देने का वादा किया था। नकुल बाबू ने बेटी को नौकरी दिलाने के लिए पैसे दिए थे।