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किसान आदोलन के समर्थन में मनाया काला दिवस

-वाम मोर्चा नेताओं ने केंद्र के साथ राज्य सरकार की भी आलेचना कीमजदूरों को फ्री वैक्सीन और

By JagranEdited By: Updated: Wed, 26 May 2021 09:11 PM (IST)
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किसान आदोलन के समर्थन में मनाया काला दिवस

-वाम मोर्चा नेताओं ने केंद्र के साथ राज्य सरकार की भी आलेचना की,मजदूरों को फ्री वैक्सीन और अन्य सुविधाएं देने की मांग

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: केंद्र के कृषि कानून के खिलाफ पिछले 6 माह से चल रहे किसान आदोलन के समर्थन में बुधवार को सिलीगुड़ी, बागडोगरा, नक्सलबाड़ी, एनजेपी,माटीगाड़ा समेत अन्य जगहों पर वामपंथी संगठनों ने काला दिवस मनाया। इस मौके पर वामपंथी ट्रेड यूनियन सीटू नेता सुमन पाठक, भाकपा माले नेता अभिजीत मजूमदार,विमल पाल, गौतम घोष, इंद्रनील भट्टाचार्य,राम अवतार अग्रवाल,अमल दास आदि ने काला दिवस मनाते हुए कहा कि केंद्र और राज्य दोनों ही श्रम विरोधी और किसान विरोधी सरकार हैं। पिछले 6 माह से दिल्ली में किसानों की एक बड़ी संख्या लगातार आदोलन कर रही है। इस आदोलन के दौरान 471 आदोलनकारियों की मौत हो गई है। उसके बाद भी केंद्र की सरकार कृषि कानून को वापस नहीं ले रही है। ना जाने और कितनी मौत को केंद्र सरकार देखेगी। वामपंथी नेताओं ने कहा कि किसान विरोधी कानून के कारण ही बंगाल समेत कई राज्यों में विधानसभा तथा निकाय चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद भी सरकार किसानों बात सुनने को तैयार नहीं है। वामपंथी नेताओं ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय आज किसान और मजदूर दोनों परेशान है। कोरोना मरीजों को पश्चिम बंगाल में उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। इलाज के नाम पर लूट मची हुई है। ऐसे में केंद्र सरकार फिर से श्रमिक विरोधी कानून लाने की तैयारी में है। अविलंब इस कानून को सरकार रद्द करे। श्रमिकों और रोज कमाकर खाने वाले छोटे दुकानदारों को मुफ्त में वैक्सीन समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराएं। ऐसा नहीं होता है तो कोरोना महामारी के नियमों का पालन करते हुए बाघ्य होकर सड़क पर मजदूर उतरने के लिए तैयार होंगे।

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