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पहले इश्क फिर शुरू हुआ ब्लैैकमेलिंग का खेल, मामला दर्ज होते ही सिलीगुड़ी पुलिस ने तीन को दबोचा

फिल्मों की तरह ही वैवाहिक कार्यक्रम में पहली मुलाकात में ही आंखें चार हुई। उसके बाद प्रेम और फिर ब्लैकमेलिंग का ऐसा खेल शुरू हुआ कि तीन युवकों का भविष्य अब दांव पर लगा है। वहीं नाबालिग लड़की भी इस घटना को लेकर पानी-पानी है।

By Sumita JaiswalEdited By: Updated: Fri, 15 Apr 2022 03:22 PM (IST)
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फिल्मी तर्ज पर पहली मुलाकात में ही आंखें चार, सांकेतिक तस्‍वीर।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। फिल्मों की तरह ही वैवाहिक कार्यक्रम में पहली मुलाकात में ही आंखें चार हुई। उसके बाद प्रेम और फिर ब्लैकमेलिंग का ऐसा खेल शुरू हुआ कि तीन युवकों का भविष्य अब दांव पर लगा है। वहीं नाबालिग लड़की भी इस घटना को लेकर पानी-पानी है। दोस्ती-प्यार और धोखा की यह कहानी सिलीगुड़ी में घटी है। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने पाक्सो एक्ट के तहत तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो युवकों की उम्र 19 वर्ष है जबकि एक मंजय आलम 26 वर्ष का है। तीनों को गुरुवार सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें सात दिन की रिमांड पर साइबर क्राइम थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार तीनों आरोपित उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा थाना इलाके के निवासी हैं। कुछ महीना पहले एक वैवाहिक कार्यक्रम में आरोपितों में शामिल एक 19 वर्षीय युवक की मुलाकात शहर की एक नाबालिग लड़की से हुई। पहली मुलाकात में ही दोनों की आंखें चार हो गई। मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान हुआ। बातचीत के साथ इंटरनेट मीडिया के माध्यम से चैटिंग भी शुरू हुई। उसके बाद कुछ ही दिनों में मुलाकात का दौर शुरू हुआ। काफी तेजी के साथ साथ जीने-मरने की कसमें-वादे भी हुए। फिर बीते सात मार्च को दोनों के बीच संबंध बने। आरोप है कि राजीबुल ने एकांत के उस पल को मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। उसने वह वीडियो और फोटो अपने दोस्त मंजय और जैनुल के मोबाइल पर भेजा। इसके बाद ब्लैैकमेलिंग का दौर शुरू हो गया।

इज्जत बचाने की सभी कोशिश विफल होने पर नाबालिग ने आगे संबंध बनाने से इंकार कर दिया। चंगुल में फंसे होने के बाद भी इंकार सहन नहीं होने पर आरोपितों ने उस अश्लील वीडियो और फोटो को पहले नाबालिग लड़की के माता-पिता और सगे-संबंधियों को भेजने के साथ इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी दी। कोई और रास्ता न देख लड़की ने अपने माता-पिता को पूरी कहानी बता दी। फिर बीते 11 अप्रैल को लड़की के माता-पिता ने सिलीगुड़ी साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होते ही एसआई संजय घोष और सुरज छेत्री के नेतृत्व में साइबर क्राइम की टीम मामले की जांच में जुटी।

सिक्किम से हुई सभी की गिरफ्तारी मोबाइल नंबर के सहारे पुलिस आरोपितों के चोपड़ा स्थित घर पर पहुंची, लेकिन तीनों फरार थे। खाली हाथ लौटी पुलिस मोबाइल नंबर की ट्रैकिंग कर पड़ोसी राज्य सिक्किम के नार्थ जिला अंतर्गत मंगशीला पहुंची। सिक्किम पुलिस की सहायता से बीते बुधवार की रात तीनों को गिरफ्तार किया। नाबालिग लड़की का यौन शोषण और उसकी मर्यादा को तार-तार करने के आरोप में तीनों को प्रोटेक्शन आफ चिल्ड्रेन फ्राम सेक्सुअल आफेंस (पाक्सो) एक्ट) के तहत बुक कर गुरुवार सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया। पूछताछ के लिए अदालत ने तीनों आरोपितों को सात दिन की रिमांड पर पुलिस के हवाले कर दिया है।

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