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एनएफ रेलवे चलाएगी तीन किसान रेल

-मुख्य रूप से आलू परिवहन के लिए होगा उपयोग -उत्तर बंगाल में कई स्टेशनों पर होगा ठहराव जा

By JagranEdited By: Updated: Sat, 20 Mar 2021 09:23 PM (IST)
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एनएफ रेलवे चलाएगी तीन किसान रेल

-मुख्य रूप से आलू परिवहन के लिए होगा उपयोग

-उत्तर बंगाल में कई स्टेशनों पर होगा ठहराव

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर सीमा रेल द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र के किसानों तथा परिवहनकर्ताओं के हितार्थ आलू के परिवहन के लिए इस महीने अगरतला तक तीन किसान रेल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है। इन किसान रेल ट्रेनों में से एक ट्रेन फालाकाटा से अगरतला तक, एक धूपगुड़ी से अगरतला तक तथा अन्य चेंगराबाधा से अगरतला तक चलाई जाएगी। ट्रेन नं. 00557 फालाकाटा-अगरतला किसान रेल फालाकाटा से दिनाक 22-03-2021 को अपराह्न 4-30 बजे रवाना होगी तथा दिनाक 23-03-2021 को रात 09.00 बजे अगरतला पहुंचेगी। मालों की लोडिंग/अनलोडिंग के लिए यह ट्रेन न्यू कूचबिहार, न्यू बंगाईगांव, गुवाहाटी, दीमापुर, भागा तथा धर्मनगर रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी। ट्रेन नं. 00558 धूपगुड़ी-अगरतला किसान रेल धूपगुड़ी से दिनाक 28-03-2021 को अपराह्न 4-30 बजे रवाना होगी तथा दिनाक 29-03-2021 को रात 09.00 बजे अगरतला पहुंचेगी। मालों की लोडिंग/अनलोडिंग के लिए यह ट्रेन सालबाड़ी, फालाकाटा, न्यू कोचबिहार, न्यू बंगाईगांव, गुवाहाटी, दीमापुर, भागा तथा धर्मनगर रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी।

उक्त आशय की जानकारी देते हुए पूसी रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंदा ने बताया कि ट्रेन नं. 00559 चेंगराबाधा-अगरतला किसान रेल चेंगराबाधा से दिनाक 31-03-2021 को अपराह्न 4-00 बजे रवाना होगी तथा दिनाक 01-04-2021 को रात 09.00 बजे अगरतला पहुंचेगी। मालों की लोडिंग/अनलोडिंग के लिए यह ट्रेन माथाभागा, न्यू कूचबिहार, न्यू बंगाईगांव, गुवाहाटी, दीमापुर, भागा तथा धर्मनगर रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी। केंद्रीय बजट में हुई थी घोषणा

यहा यह उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बजट 2020-21 में की गई घोषणा के अनुसार भारतीय रेल द्वारा दूध, मास तथा मछली के साथ नष्ट होने योग्य सामग्रियों तथा कृषि उत्पादों के परिवहन के लिए किसान रेल ट्रेन सेवाएं आरम्भ की गई है। कृषि उत्पादों की होगी ढुलाई

किसानों के लिए विस्तृत बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किसान रेल मल्टी-कमोडिटी, मल्टी-कंसाइनर/कंसाइनी, मल्टी लोडिंग/अनलोडिंग परिवहन समाधान है। किसान रेल के जरिए चाय, रबड़, हल्दी, काली मिर्च, सरसो, सोयाबिन, सुपारी, संतरा, अनारस, अदरक, किवी, पैशन फ्रूट, मिर्च (हरी), बड़ी इलायची तथा अन्य फल तथा सब्जिया जैसी सामग्रियों का परिवहन किया जा सकता है।

पचास फीसदी की सब्सिडी

किसान रेल के माध्यम से फलों तथा सब्जियों के परिवहन पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। उत्पादन केंद्रों से बाजारों तथा उपभोग केंद्रों के बीच सम्पर्क कायम कर कृषि क्षेत्र की आय में बढ़ोत्तरी करना ही किसान रेल ट्रेनों के परिचालन का प्राथमिक उद्देश्य है। यह उम्मीद की जाती है कि इस किसान रेल के परिचालन होने से कंसाइनरों/किसानों को लाभ प्राप्त होगा।