2 अक्टूबर से एनएफ रेलवे क्षेत्र में भी प्लास्टिक के उपयोग पर रोक
-एनजेपी समेत विभिन्न स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान -अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ली स्वच्छता
-एनजेपी समेत विभिन्न स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान
-अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने ली स्वच्छता की शपथ
-बड़े पैमान पर जागरूकता अभियान चलाने पर जोर
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : भारतीय रेल द्वारा शुरू देशव्यापी अभियान के तहत दो अक्टूबर, 2019 से एनएफ रेलवे अंतर्गत रेलवे परिसर में भी चरणबद्ध तरीके से एकल इस्तेमाल वाली प्लास्टिक उपयोग को बंद करने का निर्णय लिया गया है। बुधवार को एनजेपी स्टेशन समेत एनएफ रेलवे मुख्यालय मालीगांव के विभिन्न डिवीजनों व स्टेशनों पर स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरूआत की गई। पहले दिन आयोजित औपचारिक कार्यक्रम में एनजेपी के एडीआरएम सुमन राज के नेतृत्व में स्टेशन निदेशक राजीव कुमार झा, स्टेशन मैनेजर सुधांशु शेखर, एसीएम नरेंद्र मोहन समेत रेलवे के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वच्छता की शपथ ली। इनलोगों ने एक बार उपयोग किए जाने वाले प्लास्टिक का प्रचलन एनजेपी स्टेशन व प्लेटफार्मो पर नहीं करने व स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने की अपील की। प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने को लेकर एनजेपी स्टेशन पर व्यापक स्तर जागरूकता अभियान चलाए जाने की बात कही गई। स्टेशन निदेशक झा ने बताया कि प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के प्रति लोग जागरूक हों, इसके लिए जगह-जगह बोर्ड, पोस्टर व बैनर लगाए जा रहे हैं।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान एनजेपी स्टेशन पर एक श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसके तहत जमकर सफाई की गई। खासकर स्टेशन परिसर समेत अन्य जगहों पर फेंके गए प्लास्टिक को संग्रह कर उसे कूड़ेदान में डाला गया।
दूसरी ओर एनएफ रेलवे मुख्यालय मालीगांव में एनएफ रेलवे के जीएम संजीव राय ने रेलवे के अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। उन्होंने एनएफ रेलवे अंतर्गत आने वाले विभिन्न स्टेशनों पर दो अक्टूबर से एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक का प्रचलन चरणबद्ध तरीके से बंद करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिए दो अक्टूबर 2019 तक जागरूकता अभियान जारी रहेगा। इस दौरान काफी संख्या में रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों ने रेलवे मुख्यालय परिसर की सफाई अभियान में भाग लिया। इसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन एनएफ रेलवे सभी पाच मंडल मुख्यालयों यानी तिनसुकिया, लामडिंग, रंगिया, अलीपुरदुआर तथा कटिहार में भी किया गया, जिसमें मंडल रेल प्रबंधकों द्वारा स्वच्छता की शपथ दिलाई गई, तत्पश्चात कर्मचारी तथा अधिकारियों द्वारा श्रमदान किया गया।
जीएम ने पर्यावरण को हो रके नुकसान के मद्देनजर मानव जाति के लिए खतरनाक रूप ग्रहण कर रहे प्लास्टिक के अत्याधिक उपयोग के खिलाफ रेल उपभोक्ताओं तथा रेलवे कर्मचारियों में जागरुकता लाने पर भी बल दिया। उन्होंने रेलवे कर्मचारियों को सभी अपशिष्ट सामग्रियों को बॉयो-डिग्रेडेबल तथा नॉन-बॉयो-डिग्रेडेबल में विभाजित करने तथा समुचित निपटान के लिए अलग कूड़ेदानों में डालने की अपील की। राय ने प्लास्टिक सामग्रियों को यथा संभव रिसाइकिल करने की आदत कायम करने पर भी बल दिया। उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल इस वर्ष 11 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक एक विशेष स्वच्छता अभियान का आयोजन किया जा रहा है। प्लास्टिक के प्रयोग रोकने, एकल प्रयोग प्लास्टिक के उन्मूलन, बेहतर स्वच्छता आदतों का अनुसरण के साथ खुले में शौच तथा बॉयो-टॉयलेटों के समुचित प्रयोग पर सभी पक्षों को सूचित, शिक्षित तथा जानकारी देने के लिए इस अवधि के दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।